देश में कैसे रखे जाते हैं नेशनल हाईवे के नाम? एक नंबर से पता चल जाता है सबकुछ, जानें अपने काम की ये बात
National Highway Numbers: देश में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल तेजी से फैल रहा है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इन राजमार्गों को उनका नाम कैसे मिलता है?
National Highway Numbers: किसी भी देश की तरक्की में उसके इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर सड़कों का बड़ा हाथ होता है. भारत में पिछले कुछ समय में राष्ट्रीय राजमार्गों को लेकर बहुत तेजी से काम हुआ है. 2014 में देश में नेशनल हाईवे की लंबाई 1,01,011 km थी जो कि अब बढ़कर 161,350 km हो गई है. देश में हाईवे का जाल जितना सघन होता है, देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जाना उतना ही आसान होता है. भारत में सबसे बड़ा नेशनल हाईवे 44 है, जो कि 4112 किमी लंबा है और J&K से निकलकर तमिलनाडु तक जाता है. लेकिन इन राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजरते हुए क्या आपने कभी सोचा है कि इन राजमार्गों को इनका नाम कैसे मिलता है. आइए जानते हैं इस बारे में सबकुछ.
कैसे तय होता है राजमार्गों का नाम?
भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की देखरेख के लिए देश में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की स्थापना 1988 में हुई थी. देश में राष्ट्रीय राजमार्गों से जुडे़ सभी मामले ये संस्था देखती है. देश में राष्ट्रीय राजमार्गों के नामकरण के लिए भी एक खास तरह का नियम फॉलो किया जाता है, जिससे सिर्फ नंबर के जरिए ये अंदाजा लगाया जा सके कि अमुक राजमार्ग देश के किस हिस्से में पाया जाता है.
उत्तर से दक्षिण जाने वाले राजमार्ग:
देश में उत्तर से दक्षिण जाने वाले सभी राजमार्गों की संख्या सम में होती है, जैसे 2, 8, 44 नेशनल हाईवे. इन हाईवे को नंबर्स पूर्व से पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए ऑर्डर में दिया जाता है. जैसे मान लीजिए कि पूर्वोत्तर के राज्यों में स्थित राजमार्गों की संख्या कम होगी, जबकि गुजरात, राजस्थान जैसे राज्यों से होकर गुजरने वाले राजमार्गों की संख्या अधिक होगी. उदाहरण के लिए राजमार्ग संख्या 2 असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड जैसे राज्यों से होकर गुजरती है. जबकि नेशनल हाईवे संख्या 68 और 70 राजस्थान में है.
पूर्व से पश्चिम होकर जाने वाले राजमार्ग:
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
इसके बिल्कुल उलट पूर्व से पश्चिम होकर जाने वाले सभी राजमार्गों की संख्या विषम में होती है, जैसे 1, 3 17, 77. इन राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या उत्तर से दक्षिण की तरफ बढ़ते हुए बढ़ती जाती है. जैसे नेशनल हाईवे 1 जम्मू और कश्मीर, 19 बिहार और उत्तर प्रदेश और 87 तमिलनाडु से होकर गुजरती है.
सहायक राजमार्ग:
उत्तर से दक्षिण तक देश में मौजूद सभी प्रमुख राजमार्गों की बात करें, तो सम में 70 और विषम में इनकी संख्या 87 तक हैं. लेकिन इसके अलावा देश में कई सारी सहायक राजमार्ग भी हैं. इन्हें दो के बजाए तीन अंकों से बुलाया जाता है. जैसे नेशनल हाईवे के सहायक राजमार्ग 301, 501, 701 और 701A, नेशनल हाईवे 28 के सहायक राजमार्ग 128, 128A, 128C, 128D, 328, 328A और नेशनल हाईवे 50 के सहायक राजमार्ग 150, 150A, 150E हैं.
05:16 PM IST